ज्ञानगंज
(Gyanganj)
पुस्तक के लेखक (Author of Book) : पंडित गोपीनाथ कविराज (Pandit Gopinath Kaviraj)
पुस्तक की भाषा (Language of Book) : हिंदी (Hindi)
पुस्तक का आकर (Size of Ebook) : 14.4 MB
कुल पन्ने (Total pages in ebook) : 137
Book Details :
The entire region of Himalayas has been ancestral land for the Indian saints from time immemorial. From the ancient Sage-Muni to many modern times, Saint-yogi practiced penance in various areas of the Himalayas. In modern times, saints practiced spiritual practice in different areas of the Himalayas like Mahatma Telang Swamy, Loknath Brahmachari, Hitlal Mishra, Ram Thakur, Sadanand Saraswati, Prabhupada Vijayakrishna Goswami, Swami Vishuddhanand, Shyamcharam Lahiri, Kuldanand etc.
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(हिमालय के पूरे क्षेत्र प्राचीन काल से भारतीय संतों के लिए पूर्वजों का देश रहा है। प्राचीन ऋषि-मुनी से लेकर कई आधुनिक समय तक, संत-योगी हिमालय के विभिन्न क्षेत्रों में तपस्या करते थे। आधुनिक समय में, संत महात्मा महात्मा तेलंग स्वामी, लोकनाथ ब्रह्मचारी, हिटलन मिश्रा, राम ठाकुर, सदानंद सरस्वती, प्रभुपाद विजयकृष्ण गोस्वामी, स्वामी विशुद्धानंद, श्यामचाराम लाहिड़ी, कुलदनंद आदि जैसे हिमालय के विभिन्न क्षेत्रों में आध्यात्मिक अभ्यास करते थे।)
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